जब बात पर्यावरण की हो तो एक भी विधि के न होने से किसी विधि का होना बेहतर होता है।
टीकों से कुछ हार्मोन्स महिला के मूत्र के माध्यम से पर्यावरण में प्रवेश करेंगें लेकिन पर्यावरण में एस्ट्रोजेन के अन्य स्रोतों की तुलना में यह कम होगा।
औद्योगिक एवं विनिर्माण प्रक्रियाओं, ऊर्वरकों एवं कीटनाशकों और पशुओं को दी जाने वाली दवा के एस्ट्रोजेन एक महिला के मूत्र के माध्यम से निकलने वाले एस्ट्रोजेन की मात्रा की तुलना में पर्यावरण में बड़ी मात्रा में प्रवेश करते हैं।
यदि आप पर्यावरण या अपने शरीर में हार्मोन्स का प्रवेश नहीं चाहते तो आपके लिए विकल्प उपलब्ध है। प्राकृतिक लेटेक्स कॉन्डोम और कॉपर आईयूडी दोनों ही अच्छे विकल्प हैं। आप जिसे भी चुनें उसे विधि को अपनाएं और उसका प्रयोग करती रहें।
अभी भी काम नहीं कर रहा? यदि आप बिना हार्मोन्स के बेहद प्रभावी विधि का प्रयोग करना चाहती हैं तो गैर–हार्मोनल आईयूडी का प्रयोग करें।
अलग विधि आजमाएं: आईयूडी
References:
World Health Organization Department of Reproductive Health and Research and Johns Hopkins Bloomberg School of Public Health Center for Communication Programs (2018) Family Planning: A Global Handbook for Providers. Baltimore and Geneva. Retrieved from https://apps.who.int/iris/bitstream/handle/10665/260156/9780999203705-eng.pdf?sequence=1