गर्भाशय में आईयूडी डाले जाने के एक वर्ष के भीतर 2-10% महिलाओं में यह बाहर निकल सकता है। महिलाओं में बाहर निकलने की संभावना बहुत अधिक हो सकती हैः
- गर्भवती नहीं है
- 20 वर्ष से कम उम्र की हैं
- बहुत अधिक या बहुत दर्द भरे पीरियड होते हों
- जन्म देने के तुरंत बाद या दूसरी– तिमाही में हुए गर्भपात के तुरंत बाद आईयूडी लगवाना।
आंशिक रूप से बाहर निकलने का अर्थ होता है कि आईयूडी उचित स्थान पर नहीं हैः संभव है वह गर्भाशय में बहुत नीचे हो और वह बाहर निकल गया। यह कुछ ऐसा है जो डाले जाने के समय हुआ होगा या गर्भाशय की विशेषताओं जैसे आकार, कोण या फाइब्रॉएड जैसी स्थितियां जो अनियमित आकार की वजह बन सकती हैं, से संबंधित हो सकता है। उन महिलाओं के लिए जिनका आईयूडी बाहर निकल गया हो, 20% की रेंज में (कुछ अध्ययनों में 30% तक) दूसरे आईयूएस के बाहर निकलने की संभावना भी बहुत अधिक हो सकती है। [1]
अब भी काम नहीं कर रहा है? यदि आपको आईयूडी के उपयोग की सरलता पसंद है लेकिन उसके बाहर निकल जाने से सबंधित समस्याएं हैं तो आप इम्प्लान्ट करने का प्रयास कर सकती हैं– यह लंबे समय तक काम करने वाला एवं किफायती विकल्प है।
अलग विधि आजमाएं: इम्प्लान्ट।
References
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- FPA the sexual health charity. (2017). Your guide to the IUD: Helping you choose the method of contraception that’s best for you. Retrieved from https://www.fpa.org.uk/sites/default/files/intrauterine-device-iud-your-guide.pdf
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