IUD निकासी या निकल जाना स्थापन के बाद पहले वर्ष में कुछ कम प्रतिशत महिलाओं में हो सकता है। निकासी उन महिलाओं के लिए ज्यादा संभव हो सकता है जो [१]:[1]:
- गर्भवती नहीं है
- 20 वर्ष से कम उम्र की हैं
- बहुत अधिक या बहुत दर्द भरे पीरियड (माहवारी/ मासिक धर्म) होते हों
- जन्म देने या दूसरी तिमाही के गर्भपात के ठीक बाद IUDलगाया गया था।
आंशिक निकासी का मतलब यह हो सकता है कि IUDसही स्थिति में नहीं था। यह गर्भाशय में बहुत आगे ही लगाया गया हो जिससे की वो अपनेआप निकल जा सकता है। यह कुछ ऐसा हो सकता है जो स्थापन के समय के आसपास हुआ हो या गर्भाशय की विशेष स्थितियों की वजह से भी हो सकता है, जैसे आकार, कोण, या फाइब्रॉएड जैसी स्थितियों की हाजरी जो गर्भाशय के अनियमित आकार का कारण बन सकती है। जिन महिलाओं को IUD निकासी हुआ है, उनके लिए दूसरा IUD निष्कासित होने की संभावना ज्यादा हो सकती है [2]।
अभी भी कुछ जमा नहीं ? अगर आप IUD के उपयोग की आसानी पसंद करते हैं, लेकिन निकासी की समस्या हो रही है, तो आप इम्प्लांट पर स्विच करने की कोशिश कर सकते हैं – एक लंबे समय तक काम करने वाला और कम रखरखाव वाला विकल्प।
अलग विधि आजमाएं: इम्प्लान्ट का प्रयोग करें
References
- Nelson, A. L., & Massoudi, N. (2016). New developments in intrauterine device use: focus on the US. Retrieved from https://www.dovepress.com/new-developments-in-intrauterine-device-use-focus-on-the-us-peer-reviewed-fulltext-article-OAJC
- World Health Organization. (2016). Selected practice recommendations for contraceptive use. Geneva. Retrieved from https://apps.who.int/iris/bitstream/handle/10665/252267/9789241565400-eng.pdf?sequence=1