एचआईवी से पीड़ित महिलाएं, चाहे वे एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी करा रही हों या नहीं, यदि उन्हें छोटी– मोटी या कोई भी नैदानिक बीमारी न हो तो सुरक्षित रूप से आईयूएस का प्रयोग कर सकती हैं। [1]
References
- BATESON, D., & McNAMEE, K. (2016). Intrauterine contraception A best practice approach across the reproductive lifespan. Medicine Today. Retrieved from https://www.shinesa.org.au/media/2016/07/Intrauterine-contraception-A-best-practice-approach-Medicine-Today.pdf